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सैनिक की अभिलाषा

मत रोक मुझे इस पार
सरहद पार जाने दो।
थामे हाथों मे जो  तिरंगा,
कराची इस्लामाबाद
लाहौर में लहराने दो।
मत रोक मुझे इस पार
सरहद पार जाने दो।।

थामें हाथों में जो कफन है
उसे दुश्मन को पहनाने दो
देश की गरिमा मई इतिहास को
अपने हाथ से सजाने दो
 मत रोक मुझे इस पार
सरहद पार जाने दो।

देश की है स्वर्णिम इतिहास
अंक उसमें और जोड़ जाने दो
65 ,71 ,99 के बाद
एक और अध्याय लिख जाने दो।
मत रोक मुझे इस पार
सरहद पार जाने दो।।।
                          प्रेम प्रकाश पाण्डेय
                       






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छलका

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जय शिव

चूड़ी हरिहर पहीन जाईब, बाबा धाम नगरी, जाके जलवा चढ़ाईब , बाबा धाम नगरी, हर हर बम बम - हर हर बम बम बाबा धाम नगरी , चूड़ी हरिहर पहीन जाईब, बाबा धाम नगरी, जाके जलवा चढ़ाईब , बाबा धाम नगरी। गौरी गणेश जी के मंदिर लगही बांटे  शिव जी के महिमा  बाबा धाम नगरी, चूड़ी हरिहर पहीन जाईब --1           प्रेम प्रकाश पाण्डेय 

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घुंघरू पायल की जब बाजे, घुंघरू।  कि घुंघरू पायल की जब बजे, घुंघरू।। जिया लालचाए रे,-2 नजर इधर-उधर फिर जाए -2 लाल हरा रंग दिखलाएं, दिल की धड़कन को बढ़ाएं, धरती आसमान मिल जाए , फिर जिया लालचाए रे, घुंघरू पायल कि जब बजे-2