Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2022

याद

उन्होंने मुझे देखा,  मैं भी थोड़ा नजर मिलाया, पिछले जन्म का, कुछ न कुछ लगाव होगा, ऐसा अपनापन और कहां होगा, अपने इस समाज में, जुदा हम कहां होंगे, तबीयत से देखो, पराए सब अपने होंगे, नयन सुख से भरा, हर एक दौर अपने होंगे, महफिल है नेक, तो हर महफिल अपने होंगे,                      प्रेम प्रकाश पाण्डेय